खाद्य सामान के कई मिल बंद होने से सप्लाई पर असर, कमी न हो इसलिए अधिकारी पहले से मांग रहे डिटेल

पानीपत. कोरोना के कारण देशभर में चल रहे लॉकडाउन के जैसे-जैसे दिन निकल रहे हैं वैसे ही खाद्य सामान की कई जगह कमी देखने को मिल रही है। कुछ जगहों पर मिल बंद हो गए हैं तो सामान बन नहीं रहा है। जहां मिल चल रहे हैं वहां से दुकानों तक सामान आने में दिक्कतें आ रही हैं। लॉकडाउन के अभी कई दिन शेष हैं ऐसे में आने वाले दिनों में खाने के सामान की कमी न हो इसके लिए विभिन्न जिलों के अधिकारीयों ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारी हर जगह से डिटेल मांग रहे हैं कि कौनसा सामान है और कौनसे की मात्रा कम है। इसी डिटेल के आधार पर अधिकारी भविष्य के लिए प्रबंध कर रहे हैं।  जानिए... खाद्य सामान की किस जगह पर क्या स्थिति है...



पानीपत में सरसाें तेल मिल बंद हाेने से कम हो रही सप्लाई


पानीपत में राेजाना दिल्ली से आने वाली दाल, मसाले व साबुन की सप्लाई लाॅक डाउन में सामान्य दिनाें की तुलना में आधे से भी कम हाे गई है। राेजाना चना दाल की सप्लाई 500 कट्टाें से घटकर 200, मसूर दाल 700 कट्टाें से घटकर 225 कट्टाें तक आ गई है। वहीं सरसाें तेल की प्रमुख पानीपत स्थित जीटी राेड स्थित जगत मिल व गाेहाना स्थित 500 व बजाज मिल बंद हाेने से तेल की सप्लाई ताे बंद ही हाे गई हैं। सोनीपत में राशन नियमित रूप से नहीं मिल पा रहा है। हालांकि हालात पहले से सुधरे हैं, लेकिन पूरी तरह से नहीं संभल सके हैं। श्रमिकों के घर वापसी के कारण कई फैक्टरियों में 45 से 45 प्रतिशत लेबर से काम चलाया जा रहा है। शिफ्ट 24 घंटे की करनी पड़ रही है। मुख्य रूप से दाल एवं तेल की कमी लोगों को परेशान कर रही है, इस कमी का बड़ा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है, क्योंकि चीजें पहले से महंगी हुई है। जबकि अब आटा, बेसन, चीनी की सप्लाई नॉर्मल होने गई है। जींद में कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन का असर ब्रांडेड खाद्य सामग्री पर पड़ रहा है। ब्रांडेड आटा से लेकर अन्य खाद्य सामग्री नहीं आ रही है जबकि आम दिनों पर किसी सामान की किल्लत फिलहाल नहीं है। ईजी डे पर जरूर कुछ सामान की किल्लत होने लगी है। करनाल में प्रशासन ने करियाना का सामान बेचने के लिए दुकानें निर्धारित की हुई है। लेकिन पिछले दो तीन दिनों से होलसेल के माल की सप्लाई नहीं आ रही है। फ्लोर मिलों को लॉकडाऊन से छूट दी हुई है। लेकिन फ्लोरमिलों को बारदाना की सप्लाई नहीं हो रही है, इसलिए बाजार में आटा की सप्लाई कम हो रही है।



दिल्ली और असम से शहर में सामान पहुंचना बंद हुआ 
अम्बाला में लाकडाउन हाेने से खाद्य सामान में कुछ सामान दुकानाें तक नहीं पहुंच पा रहा है। दिल्ली और असम से सामान पहुंचना बंद हाे गया है। चंडीगढ़ पीजीआई में कैंट के टिंबर मार्केट निवासी की काेराेनावायरस से माैत हाे चुकी है, जबकि वीरवार काे कैंट में दाे और पाॅजीटिव केस सामने आए। दाेनाें व्यक्तियाें ने भी निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम अटेंड किया था और दाे की रिपाेर्ट नेगटिव आई है। कुरुक्षेत्र में गुजरात के अहमदाबाद जमात से लौटे लोगों को तलाश कर गांव बिंट के राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए शैल्टर होम में रखा गया है। डीएफएससी नरेंद्र सहरावत ने बताया फिलहाल 15 दिन का एडवांस राशन दुकानों पर मौजूद है। दिल्ली से सप्लाई शुरू हो चुकी है। जिले में राशन की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। कैथल में गुरुवार को एक और संदिग्ध मरीज मिला। जिसे सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है। शहर में लगभग सभी करियाणा स्टोर, मैडिकल स्टोर और दूध की सप्लाई सुचारु है। लोगों को सामान्य रुप से सामान मिल भी रहा है। वहीं सब्जी मंडी भी सुबह नौ बजे तक खुली रहती है। प्रशासन की ओर से सभी खाद्य सामग्री के रेट तय कर दिए हैं। अभी ऐसा कोई मामला नहीं आया है कि लोगों को खाद्य सामग्री का सामान नहीं मिल रहा हो। हां कुछ दुकानदाराें द्वारा महंगे रेट पर देने की बात सामने आ रही हैं। यमुनानगर में जमात में गए 36 लोगों की पहचान हुई है। इन्हें पुलिस ने ट्रेस कर लिया है। इनमें से 24 को एक प्राइवेट कॉलेज में क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं सात को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। 


हिसार  में लॉकडाउन के कारण दुकानों तक होने वाली जरूरी चीजों की सप्लाई बाधित हो गई है। खुली दालों, साबुन, मसालों, गुड़, बिस्कुट आदि के दाम तो बढ़े ही साथ ही कंपनी का सामान भी तय दामों से 20 फीसदी तक लोगों को महंगा मिल रहा है। राशन की दुकान चलाने वाले मेहरचंद ने बताया कि अब हमें भी बढ़ी कीमतों पर सामान मिल रहा है। दिल्ली से जीरा, काली मिर्च आदि की सप्लाई बहुत कम हो रही है जिससे एक किलो पर 200 रुपये अधिक देने पड़ रही है। फतेहाबाद में लगातार घट रहे ट्रांसपोर्ट की वजह से जिले में दालों के रेट होल सेलरों ने 10 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं। अधिकतर होल सेलर खुद जाकर दालें ला रहे हैं जिस कारण वे रिटेलरों को अधिक रेट पर बेच रहे हैं। इस कारण ग्राहकों से प्रशासन द्वारा तय रेट से 10 फीसदी तक अधिक रेट पर दालें मिल रही हैं। इसके अलावा शहर में आटा और सूखे दूध का स्टॉक खत्म हो चुका है। भिवानी में तीन दिन पहले दाल की सप्लाई न आने से कुछ दुकानों पर कुछ दालों की कमी बनी थी, लेकिन बुधवार से दिल्ली से दाल व अन्य खाद्य वस्तुएं डीलरों तक पहुंचने के कारण यह समस्या भी फिलहाल दूर हो गई है। दादरी जिले में राशन की कमी नहीं है। सामान्य दिनों की तरह ही अभी भी सभी चीजों के पहले वाले ही भाव हैं। सिर्फ मूंग दाल के भाव में 5 रूपये की बढ़ौतरी हुई है।


स्टॉक खत्म होने से पहले प्रशासन मांग रहा लिस्ट, मंगवाने के लिए परमिट हो रहे जारी
रोहतक में खाद्य सामग्री की फिलहाल कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। प्रशासन की ओर से 13 थोक विक्रेताओं को आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध सप्लाई करवाने के लिए पंजीकृत किया है। आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में 24 आइटम को रखा गया है। इन विक्रेताओं से रोजाना सुबह और शाम स्टॉक के बारे में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रण विभाग की ओर से रिपोर्ट ली जाती है। इसके लिए मॉनिटरिंग करने की एक कमेटी भी बनाई गई है। ब्रांडेड आइटम के लिए अब होम डिलीवरी शुरु कर दी गई है। हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के राज्य उप प्रधान हर्ष गिरधर का कहना है कि रोहतक में किसी भी सामग्री को बाहर से लाने के लिए परमिट बनाए गए हैं, अभी राशन के स्टॉक की कोई कमी नहीं आ रही है। आटा दूसरों जिलों में भी सप्लाई किया जा रहा है। झज्जर और बहादुरगढ़ में लॉकडाउन की घोषणा के बाद कई खाद्य वस्तुओं के दामों में इजाफा हुआ है। यहां तक की अाटे व दालों के रेट भी बढ़े हैं। दुकानदारों का कहना है कि रेटों में जो पांच से दस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है वह ट्रांसपोर्टेशन खर्च से बनी है। पहले 5 किलो आटे की थैली 242 की मिल जाती थी, वह अब होल सेल में 256 की मिल रही है और आगे 260 से लेकर 265 तक बेचा जा रहा है। ब्रांडेड और लोकल लेवल दोनों प्रकार का सामान जिले में है।


राशन की कमी नहीं लेकिन मुनाफाखोरी के कारण हो रही है लोगों को परेशानी


रेवाड़ी  में होम शेल्टर में शुरूआती समस्याओं के बाद अब व्यवस्थाएं सुधार की ओर है। होम डिलीवरी के नाम पर कभी-कभार राशन तो कर्मचारियों की शॉर्टेज की बात जरूर सामने आ रही है, मगर इससे तंगी जैसी बात नहीं है। काफी हद तक होम डिलीवरी भी शुरू हो चुकी है। सबसे बड़ी चुनौती अभी भी मुनाफाखोरी है। रेट लिस्ट तय होने के बावजूद लोग महंगी दरों में सामग्री और फल-सब्जी बेच रहे हैं। गुरुवार को 5 सब्जी विक्रेताओं के लाइसेंस रद कर दिए गए। बुधवार को भी 6 लाइसेंस रद हुए थे। नारनौल में लॉकडाउन के दौरान फल, सब्जी व अन्य ज़रुरत के सामान की कालाबाजारी को रोकने के लिए गुरुवार को खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से शहर में परचून, फल और सब्जी के थोक व रिटेल विक्रेताओं के यहां औचक निरीक्षण किया गया। हालांकि इस दौरान वहां बाजार भाव तो सही मिला, किंतु सामान बेचते समय सोशल डिस्टेंस व सुरक्षा उपायों को अपनाने में कमी देख कर दुकानदारों को फटकार लगाई गई और चालान की चेतावनी भी दी गई। डिपार्टमेंटल स्टोर व बड़ी दुकानों पर अब नामी कंपनियों का ब्रांडेड सामान आना बंद हो गया है। हालांकि आटा, चीनी, तेल व घी जैसी जरुरतों के सामान को बाहर से लाने व जिले में सप्लाई करने के लिए प्रशासन की ओर से छूट भी दी जा रही है और गाडिय़ों के लिए परमिट बना कर भी दिए जा रहे हैं।